आर.एस.मोर कॉलेज, गोविंदपुर के बिरसा मुंडा आदिवासी छात्रावास में आयोजित बी.बी.एम.के.यू. धनबाद द्वारा प्रथम बार आयोजित अंतर महाविद्यालय कुश्ती प्रतियोगिता पुरुष/महिला का आज समापन हो गया। प्रतियोगिता का उद्घाटन बी.बी.एम.के.यू. के कुलपति डॉ० पवन पोद्दार के द्वारा फीता काट कर किया गया। इसके पश्चात कुश्ती के पहले खेल का शुभारंभ कुलपति द्वारा नारियल फोड़कर एवं अगरबत्ती जलाकर हुआ। इस अवसर पर उन्होंने आशीर्वचन के रूप में प्रतिभागियों एवं उपस्थित छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि- खेल हमारी शारीरिक और मानसिक स्थिति को सुधारने का अद्वितीय माध्यम है। जब हम खेल खेलते हैं, तो हमारे शरीर की कसरत होती है, हमारी हड्डियों, मांसपेशियों और लिगामियों की मजबूती बढ़ती है और हम तंदुरुस्त और मजबूत बनते हैं। अतः खेल को खेल भावना के साथ आर.एस.मोर कॉलेज, गोविंदपुर के प्राचार्य डॉ० प्रवीण सिंह ने सभी प्रतिभागियों को खेल की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि- खेल हमारे आत्मविश्वास बढ़ाने का एक उत्कृष्ट साधन है । खेल जीवन में अनुशासन लाते हैं। यह निश्चित रूप से समर्पण और धैर्य के मूल्य सिखाता है। खेल दूसरों के साथ संवाद करने के कौशल में सुधार करता है। इसलिए, खेल व्यक्ति के सामाजिक जीवन को समृद्ध बनाता है। आज यहाँ आयोजित होने वाले कुश्ती का खेल शारीरिक एवं मानसिक सौष्ठव के लिए अति महत्वपूर्ण है।आज आयोजित कुश्ती प्रतियोगिता में विश्वविद्यालय के पांच कॉलेजों से तीस प्रतिभागियों ने भाग लिया। कुश्ती प्रतियोगिता के पुरुष वर्ग में over all champion बी.एस. सिटी कॉलेज, बोकारो और महिला वर्ग में over all champion आर.एस.मोर कॉलेज, गोविंदपुर रहा। विश्वविद्यालय कुश्ती के टीम चयनकर्ता के रूप में विश्वविद्यालय से डॉ० जय गोपाल मंडल एवं डॉ० रमेश मुंडा की सराहनीय उपस्थिति रही। उन्होंने सभी सफल प्रतिभागियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।प्रतियोगिता को सफल बनाने में महाविद्यालय के शिक्षक डॉ० संजू कुमारी, डॉ० राजेन्द्र प्रताप, डॉ० रत्ना कुमार, डॉ० अमित प्रसाद, डॉ० अजित कुमार वर्णवाल, श्री अविनाश कुमार, डॉ० अविनीश मौर्य, श्री प्रकाश प्रसाद, श्री सत्य नारायण गोराई, श्री विनोद कुमार एक्का एवं महाविद्यालय के शिक्षकेत्तर कर्मचारी में मो. शारिक, श्री मनोज तिर्की, श्री एतवा टोप्पो, श्री सुजीत मंडल, श्री लालन कुमार सहित पूर्व छात्र गोविंद कुमार राय आदि सैकड़ों छात्र-छात्राओं की सहभागिता रही।.