आर एस मोर महाविद्यालय गोविंदपुर के विवेकानंद सभागार में सामाजिक संस्था विकास फोरम एवं महाविद्यालय राष्ट्रीय सेवा योजना के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर “स्वामी विवेकानंद का जीवन , दर्शन एवं उनके विचार” विषयक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कोल् इंडिया के पूर्व सीएमडी श्री गोपाल सिंह थे। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता चेतना महाविद्यालय सहराज के संस्थापक श्री शैलेन्द्र थे। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि बियाडा के पूर्व अध्यक्ष श्री विजय झा, विकास फोरम के अध्यक्ष डॉ एम ऐन सिंह, जिला परिषद के सदस्य मो0 सोहराब , विकास फोरम के सचिव एस एन लाल त्यागी, संरक्षक प्रो0 एस एस गिरी, इलाहाबाद बैंक के पूर्व प्रबंधक श्री आलोक जी, झरिया कॉलेज के सेवानिवृत्त प्राध्यापक शशिनाथ तिवारी थे।कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय प्राचार्य डॉ प्रवीण सिंह ने की।
कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर की गई। अपने शुरुआती संबोधन में महाविद्यालय प्राचार्य डॉ प्रवीण सिंह ने कहा कि स्वामी विवेकानंद आयु में कम किंतु ज्ञान में असीम थे। उन्होंने युवाओं से विवेकानंद के विचार “बल ही जीवन है एवं कमजोरी ही मृत्यु” को आत्मसात करने की अपील की।युवा पीढ़ी स्वामी विवेकानंद के जीवन दर्शन को अपना आदर्श बनाएं। उनके आदर्शों पर चलकर ही भारत को विश्व गुरू के रूप में स्थापित किया जा सकता है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कोल् इंडिया के पूर्व सीएमडी श्री गोपाल सिंह ने कहा कि स्वामी विवेकानंद के जीवन-दर्शन और उनके विचारों में आज के दैनिक जीवन की समस्याओं के समाधान हैं।उन्होंने कहा कि विवेकानंद के स्वर्णिम संदेश हमें आज के आपाधापी भरे जीवन से पैदा होने वाली निराशा, तनाव और अवसाद से बचा सकते हैं। उन्होंने भ्रष्टाचार के समूल नाश के लिए युवाओं एवं नागरिकों से विवेकानंद के जीवन दर्शन का पालन करने की बात कही।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता चेतना महाविद्यालय के संस्थापक श्री शैलेन्द्र ने कहा कि उठो, जागो और जब तक लक्ष्य की प्राप्ति न हो, तब तक आगे बढ़ते रहो के आदर्श को युवा समझें।उन्होंने छात्रों से स्वामी विवेकानंद के आदर्शों को अपनाने और भारत माता की सेवा के साथ-साथ सामाजिक विकास को प्राथमिकता देने की बात कही।
विशिष्ट अतिथि श्री विजय झा ने अपने संबोधन में कहा कि अद्वैत वेदान्त को यथार्थ और युगानुकूल रूप से प्रस्तुत करने वालों में आधुनिक युग में स्वामी विवेकानन्द का नाम विशेष रूप से उल्लेखनीय है।
कार्यक्रम को विकास फोरम के अध्यक्ष डॉ एम ऐन सिंह, सचिव एस एन लाल त्यागी , संरक्षक प्रो0 ऐस ऐस गिरी, श्री आलोक, प्रो0 शशिनाथ तिवारी एवं आर एस मोर महाविद्यालय के इतिहास विभाग के अध्यक्ष प्रो0 अविनाश कुमार ने भी संबोधित किया।
कार्यक्रम का संचालन हिंदी विभाग की सहायक प्राध्यापिका प्रो0 तरुण कांति खलखो ने किया। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन विकास फोरम के उपाध्यक्ष श्री वासुदेव गोस्वामी के द्वारा किया गया।रिपोर्ट संकलन अर्थशास्त्र विभाग के सहायक प्राध्यापक प्रो0 त्रिपुरारी कुमार ने किया। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति डॉ रत्ना कुमार एवं डॉ कुहेली बनर्जी के नेतृत्व में छात्र-छात्राओं के द्वारा की गई।
बीबीएमकेयू के अंतर कॉलेज खेलकूद प्रतियोगिता एवं युवा महोत्सव में विजेता छात्र-छात्राओं तथा महाविद्यालय स्तर की विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेता छात्र-छात्राओं को इस अवसर पर पुरस्कृत भी किया गया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ राजेन्द्र प्रताप, डॉ रत्ना कुमार, डॉ अजीत बर्णवाल, डॉ श्याम किशोर सिंह, प्रो0 विजय आइन्द, शंकर रविदास,प्रो0 स्नेहलता तिर्की, प्रो0 सुमिरन रजक, डॉ कुसुम रानी, प्रो0 अविनाश कुमार, प्रो0 सत्य नारायण गोराई, प्रो0 विनोद एक्का , प्रो0 प्रकाश प्रसाद, डॉ अमित प्रसाद, डॉ अवनीश मौर्या, प्रो0 त्रिपुरारी कुमार, प्रो0 पूजा कुमारी, प्रो0 स्नेहलता होरो, प्रो0 रागिनी शर्मा, प्रो0 राकेश ठाकुर, प्रो0 इक़बाल अंसारी, मो0 शारिक, प्रदीप महतो, सुजीत मंडल, मनोज तिर्की, एतवा टोप्पो एवं अन्य की महत्वपूर्ण भूमिका रही।