आर एस मोर महाविद्यालय गोविंदपुर में नागरिक समिति गोविंदपुर एवं महाविद्यालय राष्ट्रीय सेवा योजना के संयुक्त तत्वावधान में महाविद्यालय सभागार में "स्वतंत्रता सेनानी महावीर प्रसाद महतो एवं कोयलांचल में उच्च शिक्षा" विषयक एकदिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
आयोजन के मुख्य अतिथि धनबाद सांसद पशुपति नाथ सिंह थे। विशिष्ट अतिथि के रूप में सिंदरी विधायक इंद्रजीत महतो की धर्मपत्नी तारा देवी, केके ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशन के अध्यक्ष रवि चौधरी, अल-इक़रा महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ शमीम अहमद थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय प्राचार्य डॉ प्रवीण सिंह ने की ।
कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि पशुपति नाथ सिंह एवं अन्य विशिष्ट अतिथियों के द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर एवं महावीर प्रसाद महतो के तस्वीर पर माल्यार्पण कर की गई।
मुख्य अतिथि धनबाद सांसद श्री पशुपति नाथ सिंह ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि कोयलांचल के गांधी महावीर प्रसाद महतो ने बीएचयू के संस्थापक मदन मोहन मालवीय के तर्ज पर कोयलांचल एवं आस पास के क्षेत्रों में शिक्षा का प्रकाशपुंज प्रज्ज्वलित किया।उन्होंने जिस त्याग और समर्पण का परिचय ग्रामीण शिक्षा की अलख को जगाने में दिया वो निश्चित ही युगप्रवर्तक कर पाते हैं। उन्होंने कहा कि अगर संस्कार अच्छा होगा तो समाज अच्छा होगा , समाज अच्छा होगा तो राज्य अच्छा होगा , अगर राज्य अच्छा होगा तो राष्ट्र अच्छा होगा और अगर सभी राष्ट्र अच्छे होंगे तो वसुधैव कुटुम्बकम की धारणा सही मायने में परिलक्षित होगी। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्य है कि आज भी भारत शिक्षा के क्षेत्र में समुचित विकास नहीं कर पाया है। झारखंड में विधि महाविद्यालय की स्थापना सरकार के स्तर से नहीं हुई।जितने भी विधि महाविद्यालय खुले वो निजी क्षेत्र में खुले। उन्होंने रोजगारपरक शिक्षा पर जोर देने की बात की।
कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि सिंदरी विधायक इंद्रजीत महतो की धर्मपत्नी तारा देवी ने इस अवसर पर कहा कि महावीर प्रसाद महतो ने शिक्षा की जो रोशनी जलाई वो उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक नई इबारत है। उन्होंने महाविद्यालय में महावीर प्रसाद महतो की प्रतिमा स्थापित करने का आग्रह भी किया।
अपने स्वागत संबोधन में प्राचार्य डॉ प्रवीण सिंह ने कहा कि महाविद्यालय परिवार महावीर प्रसाद महतो का सदैव ऋणी रहेगा। उनके अथक प्रयासों से ही महाविद्यालय अस्तित्व में आया। डॉ सिंह ने कहा कि महाविद्यालय ने तमाम संघर्ष के बाद नैक मूल्यांकन में सफलता अर्जित की है और अब इसे नए ऊंचाई के स्तर पर ले जाना है।
वरिष्ठ पत्रकार जय प्रकाश मिश्र ने अपने संबोधन में इस अवसर पर कहा कि महावीर प्रसाद महतो के गोविंदपुर में कॉलेज की स्थापना के साथ ही गोविंदपुर, निरसा, चिरकुंडा, टुंडी ,बलियापुर आदि क्षेत्रों में शिक्षा की क्रांति आ गयी। इस क्रांति ने सबके लिए उच्च शिक्षा का द्वार खोला। इसके पूर्व उन्होंने महावीर प्रसाद महतो के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला।
नागरिक समिति के अध्यक्ष नंदलाल अग्रवाल ने इस अवसर पर कहा कि यह हमारी जिम्मेदारी है कि जिस क्षेत्र में हम शिक्षा ग्रहण करते हैं उसके महापुरुषों को याद रखें। उन्होंने कहा कि शिक्षा संस्कारयुक्त होनी चाहिए।आज पूरे विश्व मे भारत का डंका बज रहा है । भारत विश्व गुरु बनने की राह पर है।
के के ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन के अध्यक्ष रवि चौधरी ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि महावीर प्रसाद महतो की सोच और विचारधारा अनवरत सदियों तक विद्यमान रहेगी। उनका व्यक्तित्व युग युग तक जनमानस के दिल मे होगा।
अल इक़रा बीएड कॉलेज के प्राचार्य डॉ शमीम अहमद ने अपने संबोधन में कहा कि आदमी बहुत हैं लेकिन बहुत कम लोग कर्म सेवा त्याग और बलिदान में विश्वास करते हैं।महावीर प्रसाद महतो त्याग बलिदान और समर्पण की प्रतिमूर्ति थे।उन्होंने कहा कि उनके जीवन पर पुस्तक लिखी जानी चाहिए साथ ही महाविद्यालय में उनकी प्रतिमा स्थापित होनी चाहिए।
कार्यक्रम का संचालन हिंदी विभाग की सहायक प्राध्यापिका प्रो0 तरुण कांति खलखो एवं धन्यवाद ज्ञापन भौतिकी विभाग के विभागाध्यक्ष सह प्रोफेसर इन चार्ज डॉ राजेन्द्र प्रताप ने किया। कार्यक्रम का संयोजन इतिहास विभाग के सहायक प्राध्यापक प्रो0 अविनाश कुमार ने किया। नागरिक समिति के द्वारा इस अवसर पर प्रवीण सिंह, डॉ शमीम अहमद, रवि चौधरी, शबनम परवीन, फातिमा परवीन , महावीर प्रसाद महतो के दोनों पुत्र समेत अन्य को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में महाविद्यालय की ओर से मुख्य रूप से डॉ संजू कुमारी, डॉ रत्ना कुमार, डॉ अजीत कुमार बर्णवाल, डॉ अशोक सिंह, डॉ शबनम परवीन, डॉ कुसुम रानी, डॉ अवनीश मौर्या, डॉ त्रिवेणी महतो, प्रो0 स्नेहलता तिर्की,प्रो0 त्रिपुरारी कुमार, प्रो0 सत्य नारायण गोराई, प्रो0 प्रकाश प्रसाद,डॉ अमित प्रसाद, प्रो0 अंजू कुमारी,प्रो0 विनोद एक्का, मो0 शारिक, सुजीत मंडल, मनोज तिर्की, शंकर रविदास,रतन टोप्पो, विकास साव,छात्र नेता गोविंद रॉय समेत अन्य मौजूद थे।