आर एस मोर महाविद्यालय गोविंदपुर में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020(National Education Policy 2020) पर व्याख्यान का आयोजन आज़ादी के अमृत महोत्सव श्रृंखला के अंर्तगत इतिहास विभाग एवं महाविद्यालय राष्ट्रीय सेवा योजना के संयुक्त तत्वावधान में किया गया।कार्यक्रम के मुख्य वक्ता बीबीएमकेयू धनबाद के राष्ट्रीय शिक्षा नीति के समन्वयक डॉ धनंजय कुमार सिंह थे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय प्राचार्य डॉ प्रवीण सिंह ने की। इस अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ धनंजय कुमार सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति ज्ञान आधारित समाज के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो वैश्विक परिदृश्य और भारतीय ज्ञान परंपरा के बीच तालमेल स्थापित करता है। इसका मूल उद्देश्य मौलिक ज्ञान को बढावा देना है। इस कारण भारतीय भाषाओं में शिक्षा पर खासा जोर दिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि यह शिक्षा नीति बहुविषयक शिक्षा प्रणाली, शिक्षा का अंतर्राष्ट्रीकरण, व्यवसायिक और तकनीक आधारित शिक्षा और शोध परक ज्ञान के माध्यम से भविष्य में भारतीय शिक्षा प्रणाली में व्यापक बदलाव लाएगा। उन्होंने बताया कि छात्रों की शिक्षा यदि किसी कारणवश अधूरी भी रह जाती है तो उन्हें सर्टिफिकेट प्रदान किया जाएगा। साथ ही छात्रों को पुनः पढ़ाई का अवसर भी यह शिक्षा नीति उपलब्ध कराती है।उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा से एमफिल को हटाते हुए स्नातक स्तर में रिसर्च को जोड़ दिया गया है। स्नातक स्तर पर प्रत्येक वर्ष के लिए छात्रों द्वारा अध्ययन की गई अवधि की स्वीकारता स्वीकारी जाएगी। छात्रों द्वारा प्राप्त ज्ञान को एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट में संचित किया जाएगा, जिसे विद्यार्थी आगे की पढ़ाई में उपयोग कर सकेंगे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्राचार्य डॉ प्रवीण सिंह ने कहा कि नई शिक्षा नीति के लागू होने से औपचारिक शैक्षिक संरचना में आवश्यकता आधारित परिवर्तन होगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा अंक प्रधान नहीं बल्कि कौशल प्रधान होगी।
कार्यक्रम में सांस्कृतिक कार्यक्रम की मनमोहक प्रस्तुति छात्राओं के द्वारा दी गयी। मंच संचालन हिंदी विभाग की सहायक प्राध्यापिका प्रो0 तरुण कांति खलखो ने किया। धन्यवाद ज्ञापन दर्शनशास्त्र के सहायक प्राध्यापक डॉ अजित कुमार बर्णवाल के द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉ रत्ना कुमार, डॉ श्याम किशोर सिंह, डॉ अमित प्रसाद, डॉ कुहेली बनर्जी, डॉ कुसुम रानी, प्रो0 सुमिरन कुमार रजक , प्रो0 अविनाश कुमार, प्रो0 सत्य नारायण गोराई, प्रो0 विजय आयन,प्रो0 स्नेहलता तिर्की, प्रो0 प्रकाश कुमार प्रसाद, प्रो0 त्रिपुरारी कुमार, प्रो0 विनोद कुमार एक्का, डॉ अवनीश मौर्या, प्रो0 इक़बाल अंसारी, प्रो0 रागिनी शर्मा, प्रो0 पूजा कुमारी, प्रो0 स्नेहलता होरो,प्रो0 अंजू कुमारी,मो0 शारिक, रतन टोप्पो, एतवा टोप्पो, मनोज तिर्की एवं अन्य शामिल थे।