राष्ट्रीय बालिका दिवस पर आर एस मोर कॉलेज, गोविंदपुर की एनएसएस यूनिट के द्वारा चलाया गया बालिका सुरक्षा जागरुकता अभियान
आर एस मोर महाविद्यालय,गोविंदपुर की एनएसएस यूनिट के द्वारा राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन के विषय पर बालिका सुरक्षा जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया। इस जागरूकता अभियान के अंतर्गत छात्राओ को उनके संवैधानिक अधिकारों के बारे में जानकारी दी गई।
इस अवसर पर महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई की समन्वयक डॉ रत्ना कुमार ने कहा कि बालिका सम्मान के मूल्यों के पोषण द्वारा ही स्वस्थ समाज की स्थापना होगी। उन्होंने यह भी कहा की प्रत्येक क्षेत्र में आज महिलाएं रचनात्मक भूमिका निभा रही हैं, लेकिन महिलाओं और बालिकाओं के प्रति बढ़ रहे यौन अपराध चिंता का विषय हैं। महिला, बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन के लिए उपलब्ध हेल्पलाइन का प्रयोग एवं जानकारी अपेक्षित परिणाम देगी। समाज की मानसिकता में बदलाव लाने में शिक्षा का बहुत अधिक योगदान है। शिक्षा सामाजिक कुरीतियों पर अंकुश लगाने में सहायक होगी एवं पितृसत्तात्मक, रूढ़िवाद को बदलने में शिक्षा प्रभावी है।
इस अवसर पर प्राचार्य डॉ प्रवीण सिंह ने कहा कि बालिकाओं को अपनी सुरक्षा के लिए स्वयं पहल करनी चाहिए महिलाओं पर अत्याचार के लिए सरकार ने हेल्पलाइन नंबर दिया है उन हेल्पलाइन नंबरों का इस्तेमाल करें और अपने अधिकारों को जाने उन्होंने कहा है कि अपराध को रोकने के लिए महिला को सक्षम होना बहुत जरूरी है । इस अवसर पर डॉ राजेन्द्र प्रताप ने कहा कि आज के युग में बालिकायें बालकों से किसी भी मामले में पीछे नहीं हैं। उन्होंने बालिकाओं को साहसी और पराक्रमी बनने की शिक्षा देते हुए महिला विग के जरुरी मोबाइल नंबर जैसे वूमेन पावर हेल्प लाइन 1090, आशा ज्योति महिला हेल्पलाइन 181, इमरजेंसी 100 डायल और चाइल्ड केयर हेल्पलाइन नंबर 1098 आदि के बारे में जानकारी दी।
इस अवसर पर अर्थशास्त्र विभाग के सहायक प्राध्यापक त्रिपुरारी कुमार ने कहा कि किसी भी परेशानी से बचने के लिए खुलकर अपने माता पिता एवं शिक्षकों से वार्ता करें और अपने लिए एक सुरक्षित वातावरण तैयार करें । साथ ही उन्होंने आत्मरक्षा के संबंध में भी महत्वपूर्ण बातें बताई। उन्होंने बालिकाओं को सुरक्षा के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि आप निडर होकर कार्य करें। कार्यक्रम में बालिकाओं को आत्मरक्षा की जानकारी के साथ साथ सामाजिक कुप्रथाओं के प्रति भी जागरूक किया गया।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में महाविद्यालय राष्ट्रीय सेवा योजना की समन्वयक डॉ रत्ना कुमार, डॉ राजेंद्र प्रताप,डॉ श्याम किशोर सिंह, डॉ अजित कुमार बर्णवाल, डॉ अमित प्रसाद, डॉ कुहेली बैनर्जी, प्रो0 त्रिपुरारी कुमार, प्रो0 सत्य नारायण गोराई, प्रो0 प्रकाश प्रसाद, प्रो0 विनोद एक्का, प्रो0 इक़बाल अंसारी, प्रो0 राकेश ठाकुर, प्रो0 रागिनी शर्मा, प्रो0 स्नेहलता होरो, मो0 शारिक, सुजीत मंडल, शंकर रविदास, रतन टोप्पो, एस0 एन० चौधरी, एतवा टोप्पो एवं अन्य की महत्वपूर्ण भूमिका रही।