आर एस मोर महाविद्यालय गोविंदपुर में कारगिल विजय दिवस पर विचार गोष्ठी का आयोजन सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महाविद्यालय प्राचार्य डॉ प्रवीण सिंह ने इस अवसर पर कहा कि मैं उन सभी जवानों को शुक्रिया अदा करता हूं जो सीमा पर हमारे देश की रक्षा कर रहे हैं।मैं उनके परिवार का भी शुक्रिया अदा करता हूं, जो उनका सपोर्ट बनकर उनके साथ खड़े रहते हैं। उन्होंने कहा कि भविष्य के युद्ध और भी घातक और अप्रत्याशित होंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि कारगिल विजय दिवस के इस अवसर पर आज हर देशवासी शौर्य और राष्ट्र के लिए समर्पण की एक प्रेरणादायक गाथा को स्मरण कर रहा है। आज के इस अवसर पर मैं उन सभी शूरवीरों को श्रद्धासुमन अर्पित करता हूँ, जिन्होंने कारगिल की चोटियों से तिरंगे को उतारने के षडयंत्र को असफल किया। अपना रक्त बहाकर जिन्होंने सर्वस्व न्योच्छावर किया, उन शहीदों को, उनको जन्म देने वाली वीर माताओं को भी मैं नमन करता हूँ।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ अजित कुमार बर्णवाल ने कहा कि युद्ध सरकारें नहीं लड़तीं, युद्ध पूरा देश लड़ता है। सरकारें आती-जाती रहती हैं, लेकिन देश के लिए जो जीने और मरने की परवाह नहीं करते, वो अजर-अमर होते हैं। सैनिक आज के साथ ही आने वाली पीढ़ी के लिए अपना जीवन बलिदान करते हैं।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ रत्ना कुमार ने कहा कि भारत का इतिहास गवाह है कि भारत कभी आक्रांता नहीं रहा। मानवता के हित में शांतिपूर्ण आचरण- ये हमारे संस्कारों में है। हमारा देश इसी नीति पर चला है। भारत में हमारी सेना की छवि देश की रक्षा की है तो सारे विश्व में मानवता और शांति के रक्षक की भी है।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉ अवनीश मौर्या,डॉ अमित प्रसाद, डॉ कुसुम रानी, प्रो0 अविनाश कुमार, प्रो0 स्नेहलता तिर्की, प्रो0 प्रकाश कुमार प्रसाद, प्रो0 त्रिपुरारी कुमार, प्रो0 सत्य नारायण गोराई, प्रो0 विनोद कुमार एक्का, प्रो0 तरुण कांति खलखो, प्रो0 अंजू कुमारी, प्रो0 रागिनी शर्मा, प्रो0 राकेश ठाकुर, प्रो0 स्नेहलता होरो, प्रो0 पूजा कुमारी, प्रदीप कुमार महतो, मो0 शारिक, सुजीत मंडल, रतन टोप्पो ,राकेश श्रीवास्तव एवं अन्य उपस्थित थे।