आर0 एस0 मोर कॉलेज, गोविंदपुर में "स्नातक के बाद प्लसमेन्ट के अवसर" विषय पर संगोष्ठी का आयोजन
आर0 एस0 मोर0 कॉलेज, गोविंदपुर के विद्यार्थियों के लिए बुधवार को एक दिवसीय संगोष्ठी आयोजित हुई, जिसका विषय स्नातक के बाद प्लसमेन्ट के अवसर-योजना रखा गया। संगोष्ठी का शुभारंभ कर्त्तव्य- द कैरियर असिस्टर के निदेशक मुदित विज्ञ व आर एस मोर कॉलेज के प्राचार्य डॉ. प्रवीण सिंह ने किया।
इस अवसर पर प्राचार्य डॉ प्रवीण सिंह ने कहा कि ने कहा कि सफल कैरियर के लिए विद्यार्थियों को अपने जीवन में दृढ़ निश्चय, दूरदर्शिता एवं नई तकनीकों की रणनीति बनाकर अपने लक्ष्य का निर्माण करना चाहिए। प्राचार्य ने बताया की बताया गणित, विज्ञान का चुनाव करके छात्र-छात्राएं इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस क्षेत्रों में अपना भविष्य बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि छात्र अपनी क्षमता और व्यक्तित्व के हिसाब से अपना भविष्य संवार सकते हैं।
कर्तव्य- द करियर असिस्टर के मुदित विज्ञ ने इस अवसर पर कहा कि छात्रों को सही मार्गदर्शन मिलना जरूरी है। विद्यार्थियों की क्षमता के अनुसार काउंसलर को रास्ता बताना चाहिए, जिससे छात्र विषय का चयन कर सके। सही मार्गदर्शन मिलने से छात्र सही विषय का चयन कर सकते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को कई प्रकार के स्किल डेवेलपमेंट के कोर्स की जानकारी भी प्रदान की।
विद्यार्थियों के लिए विभिन्न कोर्स एवं उससे जुड़ी तैयारियों को लेकर इस काउंसलिंग कार्यक्रम में जानकारी दी गयी। साइंस, मैथ्स, बॉयोलोजी व कॉमर्स व कला आधारित कोर्सेज के बारे में छात्रों को बताया गया।
इस अवसर पर कर्तव्य - द करियर असिस्टर के नितेश कौशिक ने कहा कि काउंसलिंग से विद्यार्थियों को अपनी क्षमताओं और कमजोरियों का पता चलता है। कॅरियर काउंसलिंग सेमिनार विद्यार्थियों के भविष्य के लिए बेहतर कदम है। कॉमर्स, कला, विज्ञान के विभिन्न कॅरियर विकल्पों पर उन्होंने चर्चा की। साथ ही प्रोफेशनल कोर्स की तैयारी कैसे करें, इस बारे में भी उन्होंने छात्रों को जानकारी प्रदान की ।
कार्यक्रम को सफल बनाने में , डॉ राजेंद्र प्रताप, डॉ रत्ना कुमार, डॉ श्याम किशोर सिंह, प्रो0 सुभाष दा, प्रो0 मनोरंजन महतो, डॉ शबनम परवीन, डॉ अमित प्रसाद, प्रो0 प्रकाश प्रसाद, डॉ सूर्यनाथ सिंह, प्रो0 त्रिपुरारी कुमार, प्रो0 विनोद एक्का , प्रो0 सत्यनारायण गोराई, डॉ नीना कुमारी, डॉ कुहेली बनर्जी, प्रो0 इक़बाल अंसारी, प्रो0 रागिनी शर्मा, प्रो0 स्नेहलता होरो, प्रो0 राजकुमार पाल, प्रो0 राकेश ठाकुर, प्रो0 पूजा कुमारी, प्रदीप महतो, सुजीत मंडल एवं अन्य की महत्वपूर्ण भूमिका रही।