आर एस मोर महाविद्यालय गोविंदपुर में महाविद्यालय सभागार में महाविद्यालय राष्ट्रीय सेवा योजना, महाविद्यालय योग एवं मेडिटेशन विभाग तथा द आर्ट ऑफ लिविंग धनबाद चैप्टर के संयुक्त तत्वावधान में एक व्याख्यान एवं योग प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि द आर्ट ऑफ लिविंग धनबाद चैप्टर के सीनियर फैकल्टी मयंक सिंह थे। उनके साथ अतिथि के रूप में योग प्रशिक्षिका जूही महतो एवं सोनी कुमारी भी उपस्थित थे।कार्यक्रम की शुरुआत महाविद्यालय प्रोफेसर इन चार्ज डॉ राजेन्द्र प्रताप, डॉ अशोक कुमार सिंह, डॉ रत्ना कुमार एवं मयंक सिंह के द्वारा दीप प्रज्वलित कर की गई।
अतिथियों को शाल एवं पौधा देकर सम्मानित करने के उपरांत महाविद्यालय अंग्रेजी विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ अशोक कुमार सिंह ने स्वागत संबोधन में कहा कि योग तन एवं मन को जोड़ता है।उन्होंने कहा कि पहला सुख निरोगी काया को ध्यान में रख कर योग को महत्व देना चाहिए। उन्होंने कहा कि योग, प्राचीन भारत से उत्पन्न केवल एक शारीरिक व्यायाम नहीं है बल्कि एक समग्र अभ्यास है। इसकी मदद से हम मन और आत्मा को शांति की ओर ले जा सकते हैं। योग आंतरिक शांति और व्यक्तिगत विकास का मार्ग प्रदान करता है।
इस अवसर पर द आर्ट ऑफ लिविंग धनबाद चैप्टर के मयंक सिंह ने कहा कि योग सांस्कृतिक और धार्मिक सीमाओं से परे है। यह समावेशिता, स्वीकृति और आपसी सम्मान को बढ़ावा देता है। उन्होंने कहा कि योग के कई दूरगामी लाभ हैं। नियमित अभ्यास से शारीरिक शक्ति, लचीलापन और संतुलन में सुधार होता है। साथ ही समग्र स्वास्थ्य को भी बढ़ावा मिलता है। योग मानसिक स्पष्टता को बढ़ाता है, तनाव कम करता है और जीवन की चुनौतियों के बीच आंतरिक शांति की भावना पैदा करता है। योग ध्यान, आत्म-जागरूकता और करुणा को प्रोत्साहित करता है, सकारात्मक दृष्टिकोण को बढ़ावा देता है और दूसरों के साथ हमारे संबंधों को पोषण देता है।
इस अवसर पर मयंक सिंह, जूही महतो एवं सोनी कुमारी ने उपस्थित शिक्षकों, छात्र- छात्राओं को कपालभाति, भस्त्रिका, ताड़ासन, सुर्य नमस्कार, वक्रासन, पंचकोसी आसन इत्यादि का अभ्यास भी कराया।
कार्यक्रम का संयोजन महाविद्यालय राष्ट्रीय सेवा योजना की समन्वयक डॉ रत्ना कुमार एवं राजनीतिशास्त्र के सहायक प्राध्यापक डॉ अवनीश मौर्या के द्वारा किया गया।
कार्यक्रम का संचालन वाणिज्य विभाग की डॉ कुहेली बनर्जी एवं धन्यवाद ज्ञापन महाविद्यालय प्रोफेसर-इन-चार्ज डॉ राजेन्द्र प्रताप ने किया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉ संजू कुमारी, डॉ श्याम किशोर सिंह,डॉ रत्ना कुमार, डॉ अवनीश मौर्या,डॉ कुसुम रानी, प्रो0 अविनाश कुमार,प्रो0 स्नेहलता तिर्की, प्रो0 तरुण कांति खलखो, प्रो0 त्रिपुरारी कुमार, डॉ अमित प्रसाद, प्रो0 प्रकाश कुमार प्रसाद, प्रो0 विनोद एक्का, प्रो0 सत्य नारायण गोराई, प्रो0 अंजू कुमारी ,डॉ त्रिवेणी महतो, सुजीत मंडल एवं अन्य उपस्थित थे।