विश्व आदिवासी दिवस पर आर एस मोर महाविद्यालय गोविंदपुर के अर्थशास्त्र विभाग के छात्र -छात्राओं ने अपनी लेखनी से प्रकृति संरक्षण का संदेश दिया। अर्थशास्त्र विभाग द्वारा आयोजित ऑनलाइन निबंध एवं पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में छात्रों ने उत्साह से भाग लिया। निबंध एवं पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का शीर्षक "प्रकृति सुरक्षित तो धरती सुरक्षित " था ।विश्व आदिवासी दिवस पर आयोजित इस निबंध एवं पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का परिणाम 15 अगस्त को जारी किया जाएगा। इस अवसर पर महाविद्यालय प्राचार्य डॉ प्रवीण सिंह ने कहा कि आज यानी 9 अगस्त को ‘विश्व आदिवासी दिवस’ मनाया जा रहा है।इसे पहली बार संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा दिसंबर 1994 में प्राथमिक बैठक के दिन घोषित किया गया था।1982 में मानव अधिकारों के संवर्धन और संरक्षण पर संयुक्त राष्ट्र के कार्यकारी दल की आदिवासी आबादी पर संयुक्त राष्ट्र की कार्यकारी पार्टी की पहली बैठक की गयी।उन्होंने कला, जीवन शैली, वेशभूषा और सांस्कृतिक विविधताओं को समेटे हुए आदिवासी भाई-बहनों को विश्व आदिवासी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ एवं बधाई दी।
इस अवसर पर अर्थशास्त्र के सहायक प्राध्यापक त्रिपुरारी कुमार ने कहा कि आदिवासी आत्मसम्मान से जीने वाले लोग हैं, लेकिन अज्ञानी मानकर इनके साथ होने वाले दुर्भाव दुखद है। विश्व आदिवासी दिवस पर हम सभी प्रण करें कि इन्हें मूलभूत सुविधाएं मिलें, इनके अधिकारों का हनन ना हो और विकास की आड़ में इनके सांस्कृतिक और व्यवहारिक विचारों और रहन सहन का पतन ना हो।